विधानसभा सत्र से पहले `आप' विधायकों ने की बैठक 

विधानसभा सत्र से पहले `आप' विधायकों ने की बैठक

विधानसभा सत्र से पहले आप विधायकों ने की बैठक 

विधानसभा सत्र से पहले `आप' विधायकों ने की बैठक

 -लोक मुद्दों से पल्ला झाड़ रही चन्नी सरकार को सदन में देना पड़ेगा जवाब- हरपाल सिंह चीमा 

 -सत्र खानापूर्ति करार, 15 दिन के सत्र की गई मांग 

चंडीगढ़, 07 नवंबर 2021 
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में रविवार की शाम चंडीगढ़ में विधायक दल की अहम बैठक हुई। जिसमें सोमवार को होने वाले पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में चन्नी सरकार से विभिन्न मुद्दों पर जवाबदेही के लिए योजनाबंदी की गई। `आप' के नेताओं ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में बढ़ोतरी, घातक बिजली समझौते, बेअदबी, बहिबल कलां गोलीकांड, बेरोजगारी, किसान-मजदूर कर्जे और माफिया समेत पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की। 
`आप' के वरिष्ठ एवं नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बादलों द्वारा किए पंजाब के घातक बिजली समझौते रद्द करने से कुछ भी कम `आप' द्वारा मंजूर नहीं किया जाएगा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोपियों और साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी न करने के लिए चन्नी सरकार से जवाब मांगा जाएगा। 

हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि किसानों व मजदूरों की कर्जा माफी, बेरोजगारी, बेघरों को प्लॉट, 2500 रुपये पेंशन,बेरोजगारी भत्ता, नौकरियों में अन्य प्रदेशों के नौजवानों को तोहफे और माफिया राज आदि कुछ अन्य अहम मुद्दे हैं, जिनके संबंध में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से जवाब मांगा जाएगा। 

चीमा ने कहा कि आज सारा पंजाब रोष-धरनों की धरती बन गया है लेकिन सत्ताधारी कांग्रेस विधानसभा में पंजाब के मुद्दों पर चर्चा करने से पल्ला झाड़ती आ रही है, दूसरी ओर विपक्ष का फर्ज़ निभाती हुई आम आदमी पार्टी पंजाब के हर एक मुद्दे पर गंभीरता से विचार-चर्चा करने की मांग करती रही, ताकि जो किसानों, मजदूरों, मुलाजिमों, महिलाओं व विद्यार्थियों के मामले हल किए जाएं। ताकि पंजाब के लोग विधानसभा सत्र का सच आंखों से देख सकें। `आप' ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार सदैव ही सच पर पर्दा डालने के प्रयास करती रही है। 
बैठक के दौरान सत्र को खानापूर्ति बताते हुए मांग की है कि सत्र कम से कम 15 दिन का किया जाए, क्योंकि मानसून सत्र लंबित पड़ा है। सदन की सभी कार्रवाई का लाइव टेलीकास्ट किया जाए। 
इस मौके पर सरकार द्वारा सत्र से पहले व सत्र के दौरान शेष कामकाज को स्थगित किए जाने की निंदा भी की गई। 
इस मौके पर विधायक सरबजीत कौर माणुके, अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह संधवां, प्रिंसिपल बुद्ध राम, मीत हेयर, रूपिंदर कौर रूबी, जै सिंह रोड़ी, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, जगतार सिंह जग्गा, अमरजीत सिंह संदोआ, बलजिंदर कौर और विधानसभा में पार्टी के दफ्तर सेक्रेटरी मनजीत सिंह सिद्धू मौजूद रहे।